रिलायंस पावर के शेयर अपने 52 हफ्ते के लो से अब तक 155% तक उछल चुके हैं।
कंपनी ने SBI द्वारा रिलायंस कम्युनिकेशंस पर लगाए गए धोखाधड़ी के आरोपों से अपना कोई लेना-देना नहीं बताया।
FII और LIC दोनों ने कंपनी में भरोसा दिखाया है और हिस्सेदारी बढ़ाई है।
रिलायंस पावर के शेयरों में तेजी
अनिल अंबानी की कंपनी रिलायंस पावर के शेयर में शुक्रवार को फिर से हल्की तेजी देखने को मिली। शेयर ने दिन के दौरान 67 रुपये का इंट्राडे हाई टच किया और खबर लिखे जाने तक 0.34% की तेजी के साथ 65.78 रुपये पर ट्रेड कर रहा था।
SBI और रिलायंस कम्युनिकेशंस विवाद: रिलायंस पावर का स्पष्टीकरण
हाल ही में SBI ने रिलायंस कम्युनिकेशंस के लोन को फ्रॉड (धोखाधड़ी) घोषित किया। इसके बाद मार्केट में चिंता थी कि इसका असर रिलायंस ग्रुप की अन्य कंपनियों पर भी पड़ सकता है।
लेकिन रिलायंस पावर ने साफ किया:
रिलायंस पावर एक अलग और स्वतंत्र कंपनी है।
कंपनी का रिलायंस कम्युनिकेशंस से कोई व्यापारिक या वित्तीय संबंध नहीं है।
इस निर्णय का रिलायंस पावर के बिज़नेस, मुनाफे, शेयरहोल्डर्स, या कर्मचारियों पर कोई असर नहीं होगा।
अनिल अंबानी अब कंपनी के बोर्ड का हिस्सा नहीं हैं, इसलिए RCom पर हुई कार्रवाई का कंपनी के संचालन पर कोई प्रभाव नहीं होगा।
निवेशकों का भरोसा: FII और LIC की हिस्सेदारी
FII (विदेशी संस्थागत निवेशक) का भरोसा:
मार्च 2025 तिमाही में FII ने हिस्सेदारी बढ़ाकर 12.95% से 13.21% कर दी है।
LIC (भारतीय जीवन बीमा निगम) की हिस्सेदारी:
LIC के पास कंपनी में 2.49% हिस्सेदारी है (लगभग 10.27 करोड़ शेयर)।
शेयर परफॉर्मेंस (Performance at a Glance)
| अवधि | रिटर्न (%) |
|---|---|
| 1 साल | +133% |
| 5 साल | +1375% |
| 52 वीक हाई | ₹76.49 |
| 52 वीक लो | ₹25.75 |
| लो से उछाल | +155% से ज़्यादा |
कंपनी का फोकस आगे भी बिजनेस ग्रोथ पर
रिलायंस पावर ने कहा है कि वह आगे भी:
अपने बिजनेस लक्ष्यों पर फोकस करेगी।
सभी हितधारकों (निवेशक, कर्मचारी, ग्राहक) को फायदा पहुंचाने के लिए काम करती रहेगी।

