PKN Live : हिंदू जागरण मंच उत्तराखंड प्रदेश ने रानी पोखरी, देहरादून में प्रांत बैठक का आयोजन किया। बैठक में उत्तर क्षेत्रीय अध्यक्ष श्री राजेंद्र शर्मा की उपस्थिति में प्रदेश अध्यक्ष श्री संदीप सिंह सन्नी सहित सभी प्रांत पदाधिकारियों और जिलास्तरीय कार्यकर्ताओं के दायित्वों की घोषणा की गई।
बैठक में उपस्थित कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए क्षेत्रीय अध्यक्ष श्री राजेंद्र शर्मा ने कहा कि “देश में विधर्मी शक्तियां अपने गजवा ए हिंद अभियान के तहत हिंदू समाज के सामने गंभीर चुनौती पेश कर रही हैं। विधर्मी लव जिहाद, भूमि जिहाद, संपत्ति जिहाद और रोजगार जिहाद के माध्यम से हिंदुओं का उत्पीड़न और शोषण किया जा रहा है। इसे रोकने के लिए हमें संगठित होकर कार्य करना होगा।”
उन्होंने आगे कहा कि उत्तराखंड में डेमोग्राफी बदलने, भूमि पर अवैध कब्जे करने और विधर्मी जनसंख्या बढ़ाने के प्रयास चिंताजनक हैं। उत्तराखंड एक सीमावर्ती राज्य है जिसकी सीमाएं चीन से जुड़ी हैं, इसलिए इस क्षेत्र में देश विरोधी गतिविधियों की सक्रियता राष्ट्रीय सुरक्षा और एकता के लिए गंभीर खतरा है।
इस अवसर पर पश्चिम उत्तर प्रदेश अध्यक्ष ठाकुर सूर्यकांत सिंह ने नव नियुक्त पदाधिकारियों और प्रदेश अध्यक्ष संदीप सिंह सन्नी को शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि पश्चिम उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड की सीमाएं गढ़वाल और कुमाऊँ दोनों क्षेत्रों से जुड़ी हैं, इसलिए वे हर संघर्ष में तन-मन-धन से साथ खड़े रहेंगे। उनका मानना है कि संगठन मिलकर हिंदू समाज के सामने आने वाली चुनौतियों का मुकाबला करेगा।
बैठक में पश्चिम प्रांत उपाध्यक्ष पवन चौधरी ने नव नियुक्त अध्यक्ष और उनकी टीम को पूर्ण सहयोग और उज्जवल भविष्य की शुभकामनाएं दीं।
नव नियुक्त पदाधिकारी इस प्रकार हैं:
स्वतंत्र सैनी – युवा हि. जा. म. प्रांत महामंत्री
लौकेश कश्यप – जिलाध्यक्ष हरिद्वार
सुनील कुमार – महानगर अध्यक्ष
वीरेंद्र रावत – महामंत्री देहरादून महानगर
सतवीर सिंह – जिलाध्यक्ष
विकास पाल – महामंत्री ऋषिकेश क्षेत्र
अन्य 12 विभिन्न पदाधिकारियों की घोषणाएं की गईं।
बैठक में कई वरिष्ठ और सक्रिय कार्यकर्ता उपस्थित रहे, जिनमें राकेश सिंह (क्षेत्र प्रचार प्रमुख), फतेह सिंह, बंटी, नरेश कुमार, शैलेन्द्र परमार, सचिन चौधरी, राहुल चौहान, पप्पू सैनी, अरुण शर्मा और अन्य शामिल थे।
बैठक का मुख्य उद्देश्य संगठन को मजबूत करना, युवा और महिला नेतृत्व को प्रोत्साहित करना और हिंदू समाज के समक्ष आने वाली चुनौतियों का मुकाबला करने के लिए कार्यकर्ताओं को एकजुट करना बताया गया।

